होम आइसोलेशन किसे कहते हैं, home Isoletion


 Home Isoletion



करोना की दूसरी लहर ने पूरी दुनिया में तहलका मचा दिया है। खासकर भारत के कुछ राज्यों में तो स्थिति अत्यंत भयावह हो गई है। स्थिति ऐसी बन गई है कि बदलते मौसम के कारण भी थोड़ी नाक बही या खांसी होने पर अफरातफरी मच जाती है। लोग दहशत में आकर अस्पतालों की ओर दौड़ पड़ते हैं। नतीजा यह होता है कि जरूरतमंदों को मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध कराने में अस्पताल असमर्थ हो जाते हैं , क्योंकि उनपर लोगों की अफ़रा-तफ़री के कारण दबाव बहुत बढ़ गया है। ‌करोना के हल्के लक्षण आने पर होम आइसोलेशन में रहकर भी करोना को हराया जा सकता है। चिकित्सक के परामर्श से होम आइसोलेशन के नियमों का पालन कर बहुतों ने करोना पर विजय प्राप्त की है। तो आइए, हम जानते हैं कि होम आइसोलेशन किसे कहते है ? और इसमें क्या नियम और सावधानियां बरतनी चाहिए।

होम आइसोलेशन किसे कहते हैं ?

यदि मरीज में कोविड 19 के गंभीर लक्षण नहीं हो तो डाक्टर के सही दिशा निर्देश का पालन करते हुए घर पर ही परिवार के अन्य सदस्यों से अलग रहकर इलाज करवाना ही होम आइसोलेशन कहलाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह 80 प्रतिशत मरीजों को अस्पताल जाने की जरूरत नहीं पड़ती है।

कोविड 19 संक्रमित व्यक्ति के होम आइसोलेशन के लिए घर पर कुछ खास व्यवस्था करनी चाहिए।

धोबी का कुत्ता, न घर का न घाट का (क्लिक करें और पढ़ें)

* संक्रमित व्यक्ति के रहने के लिए एक हवादार कमरा चाहिए। खिड़कियां खुली हों। टहलने और व्यायाम के लिए खुली छत अच्छा है। उनके लिए अलग शौचालय और स्नानागार हो। इसके अलावा इनकी देखभाल के लिए ऐसे व्यक्ति रहे जिनका उम्र 25 से कम और 40 वर्ष से अधिक नहीं होना चाहिए।

Home Isoletion ( होम आइसोलेशन ) में रोगी क्या करें और क्या न करें

होम आइसोलेशन में रोगी को निम्नलिखित कार्य करने चाहिए

*  घर के अन्य सदस्यों से दूर रहें।
* हमेशा ट्रिपल लेयर मास्क पहनें। छ: घंटे पर मास्क बदल दें।
* हैंड वाश या साबुन से निश्चित अंतराल पर हाथ धोना चाहिए।
* सेनेटाइजर का उपयोग करें।
* छींकते या खांसते वक्त रूमाल या टिश्यू से नाक मुंह ढकें।
* पर्याप्त मात्रा में पानी, संतरा मोसमी का ताजा रस लें।
* पालतू पशुओं से दूर रहें।
* नशीली पदार्थ से परहेज़ करें।
* डाक्टर की सलाह का सख्ती से पालन करें। और उन्हीं के सलाह पर दवाइयां ले।
* दो थर्मामीटर और औक्सोमीटर साथ रखें। 94 से नीचे आक्सीजन लेबल हो तो तुरंत डॉक्टर को बताएं।
* यदि सांस लेने में दिक्कत हो, बार बार बुखार आए, छाती भारी लगे, होंठ नीला पड़े तो तुरंत अस्पताल पहुंचें।
* गर्भवती और बुजुर्ग तथा बीमार व्यक्ति मरीज से दूर रहें।
*********************************************

आहार में क्या लें, क्या नहीं लें food in isolation

* चावल रोटी के साथ हरी सब्जियां और दाल लें।
* मछली और अंडा का सफेद भाग ले सकते हैं।
* संतरे और मौसमी का ताजा जूस। और भरपूर मात्रा में पानी ले।
* एक ग्लास दूध में थोड़ी हल्दी मिलाकर लें।
* अदरक, हल्दी लहसुन का सेवन लाभकारी है।
* मैदा से बना और तला भोजन से परहेज़ करें।
* भाप लेना लाभदायक है।
*गर्म पानी से गलगला करें।
* बिटामिन सी और जिंक की मात्रा शरीर में बनाए रखें। नींबू, आंवला , अंडा लेना चाहिए।
करोना से बचाव के लिए अभी ऐसे खान-पान की ही आवश्यकता है।

समाचार चैनल और सोशल मीडिया में ऐसे विषयों के नाकारात्मक प्रसारण की होड़ लगी है। नाकारात्मक विचारों से दूर रहें। साकारात्मक बने रहे। न डरें, न घबराए। करोना हारेगा, मानव जीतेगा। गीत संगीत का आनंद ले। दोस्तों से बात करें और ठहाके लगाएं।



टिप्पणियाँ

Recommended Post

Bade Ghar ki Beti , story, बड़े घर की बेटी, कहानी , प्रेमचंद

फूल और कांटा (Phul aur Kanta) poem

1.संपादन ( sampadan) 2. संपादन का अर्थ एवं परिभाषा तथा कार्य 3.संपादन के सिद्धांत

चेतक ( कविता ) Chetak horse

बच्चे काम पर जा रहे हैं , कविता, कवि राजेश जोशी, भावार्थ, व्याख्या, प्रश्न उत्तर, राजेश जोशी का जीवन परिचय, Bachche kam pr ja rhe hai poem, 9th class hindi