अंतराष्ट्रीय योग दिवस,21 जून 2021, international yoga day
International yoga day,21 June 2021, अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून 2021, निबंध एवं भाषण
प्रमुख विषय सूची
योग, अतीत में योग का ज्ञान,योग दिवस की शुरुआत,
योग दिवस कब मनाया जाता है, योग दिवस मनाने के उद्देश्य, प्रमुख योगासन के नाम,
योगदिवस के 2021 के थीम क्या है। ,
योग की उत्पत्ति,
योग के लाभ,
ब्रांड एंबेसडर आफ योग,
योग दिवस की देखरेख कौन करता है।
भारत में प्रथम योग दिवस ,
भगवत गीता में योग,
योग के जनक , महर्षि पतंजलि के अष्टांग योग, निष्कर्ष।
योग क्या है
मानव और प्रकृति का अभिन्न एवं अटूट संबंध है। मानव प्रकृति के जितना निकट होगा उसकी उतनी ही उन्नति होगी। प्रकृति से दूर रहने के प्रयास में उसकी सुख शांति छिन जाएगी। वह क्रमशः पतन की ओर अग्रसर होता जाएगा। अतः जिन्हें इन बातों की अच्छी समझ है वह किसी न किसी रूप में प्रकृति से जुड़े रहने का प्रयास करते हैं। इन्हीं में से एक सार्थक प्रयास का नाम है योग, जोकि मनुष्य को प्रकृति से जोड़े रखने में अत्यंत सहायक है।
अतीत में योग
मानव का शरीर पांच तत्वों से मिलकर बना है। यह पांच तत्व है-- पृथ्वी, अग्नि , जल वायु और आकाश। हम लोग अपने दैनिक जीवन में भी इन पांच तत्वों का इस्तेमाल करते हैं। योग हमें इन तत्वों का सामंजस्य पूर्ण रूप से करना सिखाता है। हमारे ऋषि-मुनियों को आरंभ से ही इसकी जानकारी थी कि अपने शरीर और मस्तिष्क का बेहतर उपयोग कैसे करना है । इसके लिए हमें तो हमें योगिक क्रियाओं पर बल देना होगा।
प्रमुख योगासन के नाम
ताड़ासन, पादहस्तासन, भुजंगासन,बज्रासन, शीर्षासन, धनुरासन,अर्धकटिआसन , पद्मासन आदि।
योग की उत्पत्ति भारत में
योग विद्या की उत्पत्ति भारत में हुई थी। हमारे प्राचीन ग्रंथों में योग का महत्व वर्णित है। उनमें योग क्या है, इस के क्या-क्या लाभ हैं, योग कब और कैसे करना चाहिए । कौन-कौन से योगासन कितने उपयोगी हैं, इन सारी बातों का वैज्ञानिक विश्लेषण किया गया है। पतंजलि जैसे प्राचीन भारतीय योगाचार्य ने योग विद्या को संसार भर में प्रसिद्ध कर इस क्षेत्र में अपना अमूल्य योगदान दिया है। पतंजलि लिखित 'योग सूर्य' को योग कला का एक प्रमाणिक ग्रंथ माना जाता है जिसका अनुशीलन आज भी बहुत गौरव के साथ किया जाता है।
योग के लाभ
योग एक अद्भुत विद्या है जिससे उपापचय की क्रिया दुरुस्त होती है और श्वसन क्रिया संतुलित होती है। हमारे अंदर रोगों से लड़ने की क्षमता विकसित होती है। बड़ी से बड़ी बीमारी से लड़ने के लिए शक्ति मिलती है।।
आधुनिक युग मानसिक एवं भावनात्मक चिंताओं और तनाव का युग है। भौतिकतावाद ने समाज को जकड़ लिया है। सभी धन के पीछे भाग रहे हैं और मानसिक शांति खो रहे हैं।। प्रत्येक व्यक्ति शारीरिक रूप से कम मानसिक रूप से ज्यादा बीमार हो रहा है। मनुष्य को शारीरिक मानसिक और भावनात्मक संबल देने में योग बहुत सहायक है। योग की क्रियाएं शरीर के साथ-साथ मन को भी स्वस्थ रखती हैं।
दो बैलों की कथा (क्लिक करें और पढ़ें)
छात्र जीवन में योग का बहुत महत्व है । शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-सथ यह खेलकूद में भी सहयोग प्रदान करता है। योग क्रियाओं से शरीर में लचीलापन आता है। इसके द्वारा हम अपने मस्तिष्क को नियंत्रण में कर सकते हैं। आत्मिक उन्नति के लिए कई ऐसे प्राणायाम हैं जो छात्रों को सहायता कर सकता है, इससे आयु में भी वृद्धि होती है।
योग को आप जादू भी कह सकते हैं। नियमित योग करने से जीवन के प्रति उत्साह बढ़ता है ।इससे हमारा आत्मबल बढ़ता है और मन में सकारात्मक भाव आते हैं। सथ ही आत्मविश्वास भी बढ़ता है।
योग दिवस की शुरुआत
योग के व्यापक महत्व को देखते हुए भारत सरकार के विशेष आग्रह पर संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा प्रतिवर्ष 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पहली बार 21 जून 2015 को मनाया गया जिसकी पहल भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 27 सितंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने भाषण में की थी।
योग दिवस 2021 के थीम है -- वी विथ योगा वी एट होम
हमारे प्रधानमंत्री के इस पहल को व्यापक समर्थन मिला। नेपाल, संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, चीन , मिश्र सहित दुनिया के 177 से अधिक देशों ने भारत के इस सकारात्मक प्रस्ताव का समर्थन किया। 11 दिसंबर 2014 को 193 सदस्यीय संयुक्त राष्ट्र महासभा ने सर्वसम्मति से 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने की स्वीकृति दे दी।
योग अभ्यास में बाबा रामदेव का योगदान
भारत में योग के ब्रांड एंबेसडर
सूरदास के पद, जीवन परिचय पढ़ें
भारत सरकार ने योग गुरु बाबा रामदेव को योग का ब्रांड एंबेसडर बनाया है। भारत में योग के प्रचार प्रसार में इनका महत्वपूर्ण योगदान है।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर चर्चा हो और वहां योग गुरू बाबा रामदेव का नाम ना लिया जाए तो बातें अधूरी रह जाती है। योग प्रशिक्षण में बाबा रामदेव का योगदान बहुत सराहनीय है। उन्होंने विश्व भर में योग को काफी लोकप्रिय बना दिया है ।
भारत में अंतराष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन आयुष मंत्रालय की देखरेख में होता है।
प्रथम योग दिवस के अवसर पर भारत की राजधानी दिल्ली में एक साथ 35985 लोग एक साथ योग किए थे, जिसमें 84 देशों के प्रतिनिधि भी शामिल थे। यह बात गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है।
सिस्टर निवेदिता पढ़ें
योग के जनक महर्षि पतंजलि को माना जाता है। इनके बताए अष्टांग योग है -- यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान, समाधि।
श्री मद्भागवत गीता में योग के तीन प्रकार बताए गए हैं -- कर्म योग, भक्ति योग, ज्ञान योग।
आज जरूरत है कि सभी लोग योग के साथ जुड़े और इसे अपनी दिनचर्या में स्थान दें। आवश्यक नहीं है कि योग के लिए घंटो का वक्त निकाला जाए । रोजाना 30 मिनट का समय इसके लिए पर्याप्त होगा। यह केवल बीमार लोगों के लिए जरूरी नहीं है। यह सबके लिए उपयोगी है। इसे अपनाने से हमारा सर्वांगीण विकास होता है। इससे हमारा शरीर और मन स्वस्थ एवं संतुलित रहता है। स्वस्थ विश्व की कल्पना को साकार करने के लिए ही अंतराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। करोना के कारण इस वर्ष अंतराष्ट्रीय योग दिवस घर पर ही मनाया जाएगा।
FAQ
1. अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस कब मनाया जाता है ?
उत्तर अंतराष्ट्रीय योग दिवस प्रतिवर्ष 21 जून को मनाया जाता है।
2. भारत में योग एम्बेसडर कौन है ?
उत्तर - भारत में योग एम्बेसडर योगगुरु बाबा रामदेव है।
3. 2021 में अंतराष्ट्रीय योग दिवस कहां मनाया जाएगा ?
उत्तर - 2021 में करोना के कारण अंतराष्ट्रीय योग दिवस अपने अपने घर में मनाया जाएगा।
Posted by Dr Umesh Kumar Singh, Bhuli Nagar Dhanbad, Jharkhand, India
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें