Balance diet, संतुलित आहार, कुपोषण

 

Balance diet, santulit ahar, kuposhan

संतुलित आहार और कुपोषण

कहते हैं, स्वास्थ्य ही सबसे बड़ा धन है। इतना ही नहीं अच्छे स्वास्थ्य के बिना न तो अच्छा सोचा जा सकता है और न ही अच्छा कुछ किया ही जा सकता है । इसलिए हमें सदा अपने अच्छे स्वास्थ्य के लिए चिंतन - मनन करते रहना चाहिए। अब सबसे पहला प्रश्न है कि अच्छे स्वास्थ्य का राज क्या है ? अच्छा स्वास्थ्य हो कैसे ?  इसका सबसे अच्छा जवाब है कि हमें अपने उम्र के अनुसार पोषक तत्वों को अपने भोजन में सामिल करना चाहिए। अर्थात हमें संतुलित भोजन (balance diet ) की आवश्यकता होती है जिसमें पर्याप्त मात्रा में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, वसा, विटामिन, खनिज आदि मौजूद हों। आइए, इस लेख में हम balance diet के निम्नलिखित बिंदुओं पर  विचार करते हैं --

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संतुलित आहार



संतुलित आहार किसे कहते हैं ? Define balance diet

बच्चे हों या बूढ़े, औरत हों या मर्द सभी को पोषक तत्वों से भरपूर भोजन की आवश्यकता होती है, जैसे भोजन में उनकी उम्र अवस्था के अनुसार विटामिन, मिनरल, प्रोटीन, वसा, कार्बोहाइड्रेट आदि का समावेश हो तभी शरीर के सभी अंग ठीक से काम कर पाएंगे। वैसा आहार जिसमें सभी पोषक तत्व संतुलित मात्रा में उपलब्ध हों उन्हें संतुलित आहार कहते हैं। 

कुपोषण किसे कहते हैं ?

भोजन में सही मात्रा में विटामिन, मिनरल, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट आदि का सम्मिलित न होना कुपोषण कहलाता है। कम खाना खाने की आदत भी कुपोषण है। बाजार में उपलब्ध फास्ट फूड से भी कुपोषण होता है। समय पर भोजन नहीं लेना भी कुपोषण की समस्या को बढ़ावा देता है।

गर्भवती महिलाओं को संतुलित आहार की आवश्यकता 


गर्भवती महिलाओं को संतुलित आहार की आवश्यकता अधिक होती है।  गर्भवती महिलाओं में पोषक तत्वों की कमी से गर्भस्थ शिशु को भी सही रूप में विकसित होने में दिक्कत होती है। पोषक तत्वों की कमी से आगे चलकर बच्चे बौने बन जाते हैं। कुपोषण से बच्चों का मानसिक विकास रूक जाता है।

भोजन के पोषक तत्वों की सूची


प्रोटीन, protein

प्रोटीन को बाड़ी बिल्डर भी कहा जाता है। यह बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए बहुत लाभदायक है। यह एमीनों एसिड से निर्मित होने वाले पोषक तत्व है। कोशिकाओं की क्षतिपूर्ति प्रोटीन ही करता है। स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए यह बहुत जरूरी है। बढ़ते बच्चों को प्रोटीन का बहुत ध्यान रखना चाहिए।

प्रोटीन के स्रोत 

दूध एवं दूध से बने उत्पाद, दालें, अंडे,मीट प्रोटीन के अच्छे स्रोत माने जाते हैं।

कार्बोहाइड्रेट, carbohydrates

कार्बोहाइड्रेट से शरीर को ऊर्जा मिलती है। जो अधिक शारीरिक श्रम करते हैं उन्हें कार्बोहाइड्रेट की अधिक आवश्यकता होती है।

कार्बोहाइड्रेट के स्रोत 

चावल, गेहूं, मक्का, आलू सहित विभिन्न अनाजों में कार्बोहाइड्रेट प्रचूरता से पाया जाता है।

विटामिन ए vitamin A

विटामिन ए आंखों के लिए बहुत लाभदायक है। इसकी कमी से रतौंधी या नाइट ब्लाइंडनेस नामक रोग हो जाता है। विटामिन ए संक्रमण से बचाव करने में मदद करता है। यह त्वचा को भी निखार देता है।

 विटामिन ए के स्रोत

पीले और नारंगी फलों और सब्जियों में यह प्रयाप्त मात्रा में उपलब्ध है। दूध, दही, पत्तेदार सब्जियों में यह प्रयाप्त मात्रा में उपलब्ध है।

विटामिन बी vitamin B

विटामिन बी तंत्रिका तंत्र को मजबूत बनाने में मदद करता है। फल, सब्जियों और ड्राई फ्रूट्स में यह प्रयाप्त मात्रा में उपलब्ध है।

विटामिन सी vitamin C

विटामिन सी शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करता है। विटामिन सी की कमी से स्कर्वी नामक रोग हो जाता है। मसूड़ों से खून आना शुरू हो जाता है।

 विटामिन सी के स्रोत

 नींबू, संतरा, आंवला जैसे खट्टे फल इसके अच्छे स्रोत हैं। अंकुरित अनाज में भी प्रयाप्त मात्रा में उपलब्ध है।

विटामिन डी

विटामिन डी हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है। यह शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करता है। सूर्य की रौशनी में यह प्रयाप्त मात्रा में उपलब्ध है।

आयरन और लौह तत्व iron

यह शरीर में हेमोग्लोबिन बनाने में मदद करता है। इसकी कमी से एनीमिया हो जाता है। पालक, हरी सब्जियों में यह प्रयाप्त मात्रा में उपलब्ध है। दाल, बाजरा,रागी और ड्राई फ्रूट्स में यह प्रयाप्त मात्रा में उपलब्ध है।

कैल्सियम  calcium

कैल्सियम हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है। यह दांतों को स्वस्थ रखने में मदद करता है। दूध, पत्ते वाली सब्जियां, और फल में यह प्रयाप्त मात्रा में उपलब्ध है।


संतुलित आहार चार्ट balance diet chart


शरीर को स्वस्थ रखने के लिए संतुलित आहार चार्ट

सुबह उठकर गुनगुना पानी पीना चाहिए। नित्य कर्म से निवृत्त होकर आधा घंटा व्यायाम करें। फिर चाय और दो बिस्कुट लें। नास्ते में दो रोटी हरी सब्जियां और दूध या दाल लें रोटी की जगह उपमा, पोहा, मौसमी फल ले सकते हैं।। दोपहर के भोजन में दो रोटी, एक कटोरी चावल, दाल, सब्जी, दही लें। शाम के नाश्ते में ड्राइ फ्रूट्स, बिस्कुट चाय, और रात के भोजन में हलका भोजन जैसे दो रोटी, हरी सब्जियां और दूध लें। मांसाहारी भोजन में मछली ले सकते हैं।

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