Tour of Haydrabad, हैदराबाद के दर्शनीय स्थल
Tour of Haydrabad , हैदराबाद के दर्शनीय स्थल
हैदराबाद का नामकरण , हैदराबाद का पुराना नाम , हैदराबाद कब जाएं , हैदराबाद कैसे पहुंचे ? चारमीनार का दर्शन, मोतियों का शहर हैदराबाद, गोलकुंडा किला, मक्का मस्जिद, हुसैन सागर झील का लुत्फ, बिरला मंदिर के दर्शन, चौमहल्ला पैलेस, रामोजी फिल्म सिटी, कुतुब के शाही मकबरे।
मूसी नदी के तट पर बसा हैदराबाद शहर भारत के तेलंगाना और आंध्र प्रदेश राज्य की राजधानी है और यह शहर मोतियों के शहर और निजाम के शहर के नाम से प्रसिद्ध है। यह भारत का छठा सबसे घनी आबादी वाला शहर है। हैदराबाद भारत का एक ऐसा शहर है जहां प्राचीन विरासत के साथ-साथ आधुनिकता के दर्शन होते हैं। यह शहर सपरिवार घूमने के लिए काफी अच्छा है जहां घूमने के साथ-साथ रंग बिरंगे लजीज व्यंजनों का भी आनंद मिलता है। आइए, इस लेख में हैदराबाद शहर के कुछ प्रमुख दर्शनीय स्थलों के बारे में जानकारी प्राप्त करें।
हैदराबाद शहर को किसने बसाया, हैदराबाद का नामकरण
कुतुब शाह ने इस नगर को बसाया था और उसने अपनी प्रेमिका भागमति के नाम पर इस शहर का नाम भागनगर रखा। भागमति बंजारे परिवार से ताल्लुक रखती थी। आगे चलकर भागमति इस्लाम धर्म कबूल कर ली और अपना नाम बेगम हैदर महल रख लिया। तभी से इस शहर का नाम बेगम हैदर महल के नाम पर हैदराबाद हो गया। एक दूसरे मत के अनुसार वहां भाग्यलक्ष्मी मंदिर था । इसी मंदिर के नाम पर इस शहर का नाम भाग्यनगर था जिसे बाद में हैदराबाद कर दिया गया।
हैदराबाद कब और कैसे जाएं
हैदराबाद दक्षिण भारत के पठारी भाग में स्थित है इसलिए यहां का मौसम गर्म रहता है इसलिए यहां घूमने का सबसे अच्छा समय नवंबर से मार्च महीने के बीच में रहता है। यहां राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा और एन टी रामाराव घरेलू टर्मिनल सभी राज्यों से जुडा हवाई अड्डा है इसके अलावा हैदराबाद, सिकंदरा बाद, काचीगुड़ा रेलवे स्टेशन भारत के विभिन्न शहरों से जुड़े हुए हैं जिसके माध्यम से यहां आसानी से पहुंचा जा सकता है। यहां का बस पड़ाव भी काफी बड़ा और लोकप्रिय हैं।
चारमीनार के दर्शन
हैदराबाद का चारमीनार एक स्मारक मस्जिद है।इसे 1591 ई में क़ुतुब शाह ने प्लेग बीमारी खत्म करने के लिए बनवाया था। यह मीनार इस्लामी शैली का बेजोड़ नमूना है। इसकी ऊंचाई बेमिसाल है। इसमें लगी घड़ी लंदन से मंगवाई गई थी।
चारमीनार की संरचना वर्गाकार है। इसका प्रत्येक साइड 20 मीटर लंबा है। प्रत्येक दिशा में एक एक दरवाजा है जो अलग अलग बाजारों में खुलता है। इसके हरेक कोने में 56 मीटर ऊंची मीनार है। इसमें दो बालकोनी है। ऊपर जाने के लिए यहां 149 घुमावदार सीढ़ियां बनाई गई है। इसकी संरचना ग्रेनाइट, चूना पत्थर, संगमरमर आदि से की गई है। चारमीनार के बीचों-बीच पानी के फव्वारे से युक्त तालाब भी है। जैसी प्रसिद्धि आगरा में ताजमहल की, पैरिस में एफिल टॉवर की है वैसी ही प्रसिद्धि हैदराबाद में चारमीनार की है।
गोलकुंडा किला
हैदराबाद में गोलकुंडा किला काफी आकर्षक है। यहां घूमने में बड़ा
मजा आता है। यहां का शाही महल और फुसफुसाती हुई दीवारें , लाइट और साउंड बड़ा अच्छा लगता है। वास्तुकला का यह उत्कृष्ट नमूना है। विभिन्न राजे - महाराजे के उत्थान और पतन का गवाह यह किला बहुत प्रसिद्ध है। पर्यटक यहां आकर बहुत प्रभावित होते हैं।
पवित्र मक्का मस्जिद
पवित्र मक्का मस्जिद को हैदराबाद के संस्थापक ने ही बनवाया था। इसकी मिट्टी मक्का से खरीदा गया था इसलिए इसका नाम मक्का मस्जिद पड़ा है। यह इसलाम धर्म का एक बड़ा मस्जिद है। यहां दस हजार से भी अधिक लोग एक साथ प्रार्थना कर सकते हैं।
हुसैन सागर झील
हुसैन सागर झील मानव निर्मित झील है। यह लगभग 6 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है और एशिया के मानव निर्मित झीलों में सबसे बड़ा है। झील के बीचों-बीच 18 मीटर ऊंची बनी महात्मा बुद्ध की मूर्ति दर्शकों को आश्चर्यचकित कर देती है। यहां नौका विहार करने में बड़ा मजा आता है।
विश्व प्रसिद्ध बिरला मंदिर
हैदराबाद में संगमरमर से बना बिड़ला मंदिर पर्यटकों को बहुत पसंद आता है। यहां से शहर का शानदार दृश्य देखा जा सकता है। बिड़ला विज्ञान संग्रहालय दुनिया के सबसे अच्छे वैज्ञानिक संस्थानों में एक है। हैदराबाद आकर बिड़ला मंदिर जरूर देखना चाहिए।
चौमहल्ला पैलेस
चौमहल्ला पैलेस वास्तुकला का एक उत्कृष्ट नमूना है। इसे बनकर तैयार होने में लगभग सौ साल का समय लगा था, ऐसा कहा जाता है। यह हैदराबाद के निजामों का निवास स्थान था। यहां का दरबार हाल बड़ा ही भव्य है।
कुतुब के शाही मकबरे
ये मकबरे कुतुब शाही लोगों के है जिन्होंने 170 सालों में भी अधिक यहां शासन किया था। ये मकबरे हैदराबादी वास्तुकला की पहचान के लिए प्रसिद्ध हैं।
रामोजी फिल्म सिटी
रामोजी फिल्म सिटी हैदराबाद का मुख्य आकर्षण है। यह लगभग 2000 एकड़ में फैला हुआ है। यहां शूटिंग के लिए जेल, भव्य बंगलें, से लेकर हवाई अड्डे तक बने हुए हैं। रामोजी फिल्म सिटी का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है क्योंकि यह फिल्म सिटी भारत की सबसे बड़ी और डरावनी जगहों में से एक है। यहां बड़ी बड़ी फिल्मों की शूटिंग होती है। प्रसिद्ध बाहुबली फिल्म की शूटिंग यहीं हुईं थीं। यहां फिल्म सिटी एंटरटेनमेंट का आनन्द ले सकते हैं।
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