अनिद्रा , insomnia in hindi, कारण, लक्षण, बचाव एवं उपाय
अनिद्रा , insomnia in hindi, कारण, लक्षण, बचाव एवं उपाय,वल्ड स्लीप डे
अनिद्रा एक एक ऐसी समस्या है जिससे लगभग संपूर्ण विश्व के लोग ग्रसित हैं। इसमें व्यक्ति को प्रयाप्त नींद नहीं आती है जिसके कारण मन अशांत रहता है और किसी काम में मन नहीं लगता है। स्वभाव चिड़चिड़ा हो जाता है तथा रोग बढ़ने का खतरा उत्पन्न हो जाता है। अनिद्रा का कारण अत्यधिक चिंतित रहना है। अनियमित खान-पान और जीवनशैली भी अनिद्रा का कारण बन सकता है। तनाव से मुक्ति और उचित व्यायाम अनिद्रा से बचाव में कारगर साबित हो सकता है। इस लेख में अनिद्रा के कारण और समाधान पर जानकारी प्राप्त करें।
अनिद्रा की समस्या, कारण और समाधान
अनिद्रा से 200 करोड़ लोग पूरे विश्व भर में परेशान हैं। हर साल मार्च महीने में तीसरे शुक्रवार को वर्ल्ड स्लीप डे मनाया जाता है। इसे पहली बार 2008 में मनाया गया। इसका मुख्य उद्देश्य लोगों को नींद और सेहत के बीच संबंध के प्रति जागरूक करना है। वास्तव में आजकल लोग भाग दौड़ भरी जिंदगी में कम सोने लगे हैं। इससे उनकी मानसिक और शारीरिक सेहत पर बहुत प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है । इस साल विश्व स्लीप डे की थीम है - अच्छी नींद, स्वस्थ दिमाग, खुशहाल दुनिया है। वर्ल्ड स्लीप सोसाइटी के वैज्ञानिकों ने अपने अध्ययन में बताया कि नींद का हमारे जीवन के सभी पहलुओं पर क्या प्रभाव पड़ता है । नींद की समस्या एक वैश्विक समस्या बन गई है जो दुनिया की 45% आबादी के स्वास्थ्य और जीवन की गुणवत्ता के लिए खतरा बन गया है ।
अच्छी नींद नहीं लेने से क्या-क्या समस्याएं होती है ?
वजन का तेजी से बढ़ना
मधुमेह का होना
ब्लड प्रेशर का बढ़ना
शरीर में सूजन आना
हृदय संबंधी रोग होना
मानसिक सेहत पर असर
कुछ तरह के कैंसर का होना
भूलने की समस्या पैदा होन।
कौन सी बीमारी में नींद नहीं आती है ?
अधिक चिंता और तनाव के कारण अच्छी नींद नहीं आती है। जीवन में असफलता पर अधिक ध्यान देने से भी नींद नहीं आती। प्रयाप्त नींद नहीं होने से व्यक्ति चिरचिरा स्वभाव का हो जाता है। इसके कारण बीमारी बढ़ जाती है।
तुरंत और पर्याप्त नींद आने के लिए क्या करना चाहिए ?
तुरंत नींद आने के लिए शयन कक्ष को शांत और आरामदायक बनाएं। दिन में तनाव मुक्त जीवन शैली अपनाने का प्रयास करें। एक्सरसाइज करें। बादाम और दूध का सेवन करें।
रात को सोने से पहले क्या करें ?
अच्छी नींद के लिए सोने से दो घंटे पहले सादा और हल्के भोजन लें। थोड़ा टहलें। इष्ट देव का ध्यान रखें। अच्छी किताबें पढ़ें। मधुर संगीत धीमी आवाज में सुनें। कमरे का लाइट बंद कर दें।
रात में कितने बजे सोना चाहिए ?
रात में दस बजे तक सो जाना अच्छा माना जाता है। इससे सुबह जगने में मदद मिलेगी। मन तरो ताजा रहेगा।
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