आए महंत बसंत, कवि सर्वेश्वर दयाल सक्सेना कविता आए महंत बसंत का भावार्थ, प्रश्न उत्तर Aye mahant basant
आए महंत बसंत, कवि सर्वेश्वर दयाल सक्सेना कविता आए महंत बसंत का भावार्थ, प्रश्न उत्तर
Aye mahant basant
प्रिय पाठकों! आए महंत बसंत नामक कविता कविवर सर्वेश्वर दयाल सक्सेना की बहुत प्रसिद्ध कविता है। इस कविता में रूपक अलंकार का सुन्दर प्रस्तुति है। यहां ऋतुराज बसंत को एक महंत के रूप में चित्रित किया गया है ।
आए महंत बसंत में कौन सा अलंकार है ?
आए महंत बसंत में रूपक अलंकार है।
मखमल के झूल पड़े हाथी सा टीला में कौन अलंकार है !
मखमल के झूल पड़े हाथी सा टीला में उपमा अलंकार है।
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