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संगम, बलाघात, अनुतान Sangam, Balaghat,Anutan, hindi grammar

   संगम, बलाघात, अनुतान Sangam, Balaghat,Anutan, hindi grammar संगम  -- किसी शब्द के उच्चारण करते समय दो ध्वनियों के बीच किए जाने वाले हल्के विराम को संगम कहते हैं। दो भिन्न स्थान पर विराम  ( संगम) से भिन्न अर्थ सामने आते हैं। जैसे - सिरका - एक प्रकार का तरल पदार्थ। सिर + का -- सिर से संबंधित। कम बल -- कम बल वाला । कंबल -- जाड़े में ओढ़ने वाला। मनका -- माला का मोती। मन + का -- मन से संबंधित। बलाघात  -- ( स्वराघात ) -- शब्दों के उच्चारण करते समय अक्षर विशेष पर जो विशेष बल पड़ता है उसे बलाघात कहते हैं। इसी प्रकार कभी कभी एक वाक्य के शब्द विशेष पर भी बल पड़ता है ‌। यही प्रक्रिया बलाघात है। अक्षर के स्वर पर बल पड़ने के कारण इसे स्वराघात कहते हैं। बलाघात दो प्रकार से होता है -- 1. शब्द बलाघात 2. वाक्य बलाघात 1. शब्द बलाघात  -- शब्द बलाघात से अर्थ में परिवर्तन नहीं होता है। इस प्रकार के बलाघात में शब्द के किसी एक अक्षर पर विशेष बल पड़ता है। जैसे इंद्र शब्द में संयुक्त अक्षर से पहले वाले अक्षर ई पर जोर दिया गया है। इसी प्रकार कमल शब्द के उच्चारण में म पर अधिक बल पड़ता है । धोबी का कुत्ता न घर

Mata ka Anchal, माता का आंचल, शिवपूजन सहाय

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प्रदूषण: कारण और समाधान, pollution

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प्रदूषण की समस्या पर निबंध, essay on pollution प्रदूषण किसे कहते हैं।what is pollution, प्रदूषण के प्रकार, kind of pollution, air pollution, वायु प्रदूषण, water pollution, जल प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण sound pollution, प्रदूषण से कैसे बचें, मानव की भूमिका  1. प्रदूषण का अर्थ, 2. प्रदूषण के प्रकार 3. प्रदूषण के कारण   1. प्रदूषण का अर्थ:  प्रदूषण का सामान्य अर्थ है वातावरण का दूषित हो जाना। आज प्रदूषण विश्व की बड़ी समस्या बन गई है। प्रदूषण के कारण मनुष्य के साथ-साथ कई जीव जंतुओं का अस्तित्व ही खतरे में पड़ गया है। कई वनस्पतियां और जीव जंतु लुप्त प्राय हैं। ज्यों- ज्यों मनुष्य अपने भौतिक सुखों का विस्तार करता है त्यों- त्यों प्रदूषण का जाल बढ़ता चला जाता है। सच तो यह है कि प्रदूषण की विकराल समस्या के लिए मनुष्य स्वयं दोषी है। जब इसके दुष्परिणाम स्पष्ट दिखाई देने लगे हैं तब लोगों की नींद खुलने लगी है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए 3 जून 1992 को जेस की राजधानी रियो डेजेनेरो में पृथ्वी योग सम्मेलन का आयोजन हुआ।  इस सम्मेलन में विश्व के लगभग सभी देशों के राजनेताओं ने तेजी से फैलते हुए प्रदूषण पर